Wednesday, September 8, 2010

याद

Thinking of You






















"अभी मसरूफ़ हूँ काफी,
कभी फुर्सत में सोचूंगा!
ऐ  जान, कि तुझको याद रखने में,
मैं क्या-क्या भूल जाता हूँ!!!!!!!"

Sunday, September 5, 2010

"जख्मी दिल "

                            "जख्मी दिल "
Broken Heart Guy


जब भी होता हूँ तनहा अकेला,
ना जाने क्यूँ उसकी याद चली आती है!

एक वो घड़ी थी उसकी बाहों ने झकड़ा था मुझे प्यार से,
और एक ये पल है जब उसकी याद सताती है!

वो रातें जब सोता था उसे निहारते हुए,
एक ये रात है जब दिल की सदायें उसे बुलाती हैं!

मैंने तो कभी ना कहा था उसे जाने को,
फिर क्यूँ वो हर बार मुझे तनहा छोड़ जाती है!

वो कैसी है किस हाल में है,
रह-रहकर ये हूक दिल में उठ आती है!

जब भी आती है उसकी तस्वीर इन आँखों के सामने,
लगता है वो खुद ही मेरे पास खड़ी मुस्कुराती है!

लेकिन जब बढ़ाता हूँ उसे छूने को हाथ अपना,
वो भी पानी के बुलबुले-सी गुम हो जाती है!

मैंने कभी ना सोचा था की मैं उसकी यादों के भी लायक हूँ,
लेकिन वो हर बार किसी बिन मांगी मुराद-सी मिल जाती है!

जब कहा था उसने कि- हम किसी और कि अमानत हैं!
तो लगा ऐसे-जैसे रात के सन्नाटे में अचानक बिजली गिर जाती है!

हमने हारकर कहा उनसे अलविदा,
जैसे ना चाहते हुए भी कोई कली किसी कि ख़ुशी के लिए टूट जाती है!

आजतक ना किया उन्होंने इज़हार-ए-मोहब्बत,
और हम हैं कि हर बार जैसे तेज हवा के बाद कोई शाख सीधी हो जाती है!!!!!!

Friday, September 3, 2010

आजादी की वर्षगाँठ पर......








भारत हमारा आगे बढ़े फिर से ये जगतगुरु बने,
आजादी की वर्षगाँठ पर आओ मिलकर संकल्प करें!
          लाख कोशिशें कर ले चाहे दुश्मन हमें हराने की,
          नाम तक मिटा देंगे उसका आओ सब ये प्रण करें!
हो देशभक्ति ही कर्म हमारा और यही पूजा-विधान रहे,
स्वार्थ भावना छोड़ सभी हर काम अब मिलकर करें!
          दुनिया आज मान रही लोहा,फिर से देती सम्मान हमें,
          नाम हमारा हो बुलंद सब एकता से मिलकर करें!
कुछ बाधाएं हैं समाज में भ्रष्टाचार-कुरीति की,
किन्तु इन्हें मिटने को सब एकजूट प्रयास करें!
          नहीं है कोई भी बाधा बड़ी रावण को मार गिराने से,
          बस एक बार अपने भीतर सोये राम का आह्वान करें!
जवान हमारे करते प्राणदान सीमा की रखवाली में,
कम-से-कम उनकी शहादत पर राजनीति को बंद करें!
          चाहे कोई अमीर हो या हो चाहे वो गरीब,
          हो हर घर से एक सपूत जो देश की रक्षा करे!
भगत-राजगुरु ने क्यूँ बलिदान दिया,गांधी ने जो प्रयास किया,
आओ मिल-जुलकर उनके सपनों को साकार करें!
          देशभक्ति का भाव जगाएं जन-जन यही प्रयास करे,
          भारत हमारा आगे बढे फिर से ये जगतगुरु बने,
          आजादी की वर्षगाँठ पर आओ मिलकर संकल्प करें!!!!!!!!



ek ladke ki kahani



                   "समझदार लोग "






आज मैंने एक लड़के को रोते हुए देखा,
जैसे किसी को अपने सपने खोते हुए देखा!
                मैंने पूछा उससे- क्यों रो रहे हो?
                उसने मुझे कुछ मांगती नजरों से देखा!
लोगों ने कहा-वो अनाथ है उसे रहने दूँ, 
मैंने कहा- क्या ये नहीं है इंसान, जो इसके आंसू यूँ ही बहने दूँ! 
                लड़का बोला- मैंने रुपय्या माँगा, तो मुझे ऐसे पीटा गया,
                जैसे किसी निर्दोष को चोरी के इल्जाम में घसीटा गया!
मैंने कहा लोगों से- घर के जानवर को भी हम ऐसे नहीं दुत्कारते,
ये तो फिर भी इंसान है,मदद न सही, कम-से-कम यूँ तो न मारते!
                लड़के ने मेरी तरफ मुस्कुराती नजरे उठाई,
                जैसे बिन मौसम के गुलाब की कली खिल आई!
मैंने पूछा उससे- क्या चाहिए,
वो बोला- पापी पेट खाली है, उसका हिसाब चाहिए!
                मैंने दस रुपय्ये दिए और कहा- ये लो,
                उसने भी सोचा आज का तो हिसाब हुआ, ले लो!
बोला-बाबूजी,भगवान आपको सुखी रखे!
मैं मन में बोला-फिर वो तुझे क्यों दुखी रखे!
                वो दौड़कर चला खाने की दुकान की ओर,
                मैं भी मुड़ गया अपने मुकाम की ओर!
चल पड़ा  मैं ये सोचते हुए,
शायद कल फिर मिल जाये समझदार लोग उसके बाल नोंचते हुए!!!!!!!!!!!

Thursday, September 2, 2010

shubharambh


aaj pahli baar blogging kar raha hoon,kareebi dost ROHIT ne apne mitr RAJENDRA MEENA ki rachnao ko pdhne ka sujhaw diya,jab pdha to aabhar vyqt krne ko shabd nahi the,kuch likhne ki koshish kar raha hoon,jab puri tarah se likh paunga to post karunga,,,tb tk k liye alvidaaaa..........