Wednesday, September 8, 2010

याद

Thinking of You






















"अभी मसरूफ़ हूँ काफी,
कभी फुर्सत में सोचूंगा!
ऐ  जान, कि तुझको याद रखने में,
मैं क्या-क्या भूल जाता हूँ!!!!!!!"

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